दोस्तों आज से कुछ समय पहले भारत के श्रीमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इटली का प्रधानमंत्री जॉर्जिया

मिलनी का फेक वीडियो बहुत ही ज्यादा सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।

तो दोस्तों आप इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि इससे समाज और देश दुनिया पर कितनी बड़ी प्रभाव डाल सकती है।

इससे इस प्रधानमंत्री से कुछ भी गलत बयान इंटरनेट पर छुड़ा सकती है।

जिससे बहुत कुछ बड़ा हादसा हो सकता है इसी तरह के चिंताजनक समस्याओं को देखते हुए भारत सरकार ने ए से संबंधित बैठक बुलाई है।

जिसमें बहुत सारे टेक जॉइंट कंपनी के अधिकारी और अपने कैबिनेट मंत्रियों के साथ बैठक करी है।

और इस डिफेक्ट टेक्नोलॉजी और AI से जेनरेटेड कंटेंट पर चिंतन मनन करी है।

और इसे कैसे रोकथाम करें इनके लिए बड़े पैमाने में नियम कानून बनाने की तैयारी कर ली गई है दोस्तों जैसे ही यह बैठक हुई है।

उसमें यूट्यूब कंपनी को यूट्यूब पर वीडियो अपलोड करने से पहले यूट्यूब को हर क्रिएटर को बताने की जरूरत पड़ेगी।

कि आप यह वीडियो ऐसी सिंथेटिक से बना कर अपलोड कर रहे हैं।

उनके लिए अलग से लेवल लगाने की जरूरत पड़ेगी ताकि जो भी सोशल मीडिया या यूट्यूब पर वीडियो देख रहे हैं।

उनको पता चले कि यह वीडियो यह ऐसी बनी हुई है तभी सोशल मीडिया से इस तरह की गलत काम को रोका जा सकता है