जो आज के समय में किसी भी चीजों के लिए सिक्योरिटी एक अहम बात होती है यदि कोई भी कहीं पर घटना होती है तो वहां पर पुलिस आ ही जाती है उन्हें सुरक्षित करने के लिए जैसे कि हमारे देश की सुरक्षा करने के लिए हमारे फ़ौज हमेशा तत्पर रहते हैं उसी प्रकार से इंटरनेट की दुनिया में अनेक हैकर जासूस वायरस मौजूद होते हैं जो कि आपकी कंप्यूटर पर आकर आपके डाटा को चुराने का खतरा बना रहता है। इन सभी चीजों को बचाने के लिए firewall जो हमारे कंप्यूटर को उन खतरा से बचाती है।
Firewall क्या है?-what is firewall in hindi?
हर्बल एक प्रकार का एंटीवायरस है यदि सामान्य शब्दों में कहां जाए तू हम लोग रोजाना इंटर
नेट पर घुसे अपनी जिंदगी को गुजार नहीं सकते हैं। हम लोग रोजा इंटरनेट पर जाकर कंटेंट पढ़ते हैं वीडियो देखते हैं गाना सुनते हैं।
इसी समय में कोई भी वीडियो फाइल को डाउनलोड करते समय अज्ञात स्रोत से वायरस मलेशिया आने की खतरा रहता है।
लेकिन आपकी कंप्यूटर में फायरवॉल उपस्थित है तो आपको डरने की जरूरत नहीं होती है इसमें हम लोग जो भी अनुमति दिए रहते हैं सिर्फ उसी को हमारे कंप्यूटर में इंटरनेट के माध्यम से आने देता है।
Firewall अनचाहे अनेक फाइल, प्रोग्राम को कंप्यूटर में इंस्टॉल होने से रोकती है जिसमें अनेक प्रकार के malicious,वायरस, होते हैं जोकि अटेकर के द्वारा डाली हुई होते हैं और साथ ही साथ जो कंप्यूटर उस कंप्यूटर से जुड़ी हुई होती है उन्हें भी firewall बचा लेती है।
Firewall कितने प्रकार के होते हैं?
Firewall हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर अनेक रूप में पाए जाते हैं जिन्हें हम लोग कैटिगराइज करके उनके पहचान को समझते हैं:
1.Hardware firewall
राउटर आप लोग जानते ही होंगे जो कि अलग-अलग कंप्यूटर को जोड़कर एक जाल बनाए रखता है और इसमें से इंटरनेट सभी कंप्यूटरों पर डिसटीब्यूट होते हैं इसीलिए इसमें हार्डवेयर firewall मौजूद होते हैं।
क्योंकि यह सभी कंप्यूटरों को जोड़ कर रखे हुए होते हैं तो इसमें से जितनी भी जुड़े हुए कंप्यूटर होते हैं उनमें वायरस malware जाने की बहुत ही ज्यादा खतरा होती हैं इन खतरों से सुरक्षित होने के लिए hardware firewall को प्रयोग किया जाता है।
2.Software firewall
आजकल की लगभग सभी लैपटॉप,कंप्यूटर के ऑपरेटिंग सिस्टम में पहले से ही software फायरवॉल लगे हुए आते हैं ताकि हमें अलग से firewall डालना ना पड़े। घरवाली एक एंटीवायरस की तरह हमारे ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करती है।
जब हम लोग किसी ऑनलाइन source से कोई भी एप्लीकेशन या कोई भी पीडीएफ डाउनलोड करते हैं तो सबसे पहले सॉफ्टवेयर फायरवॉल हमें यह चेक करके पॉपअप करते हैं कि यह इंस्टॉल करना है कि नहीं और उनकी वायरस को भी चेक करते हैं ताकि हमारे कंप्यूटर सुरक्षित रहे।
3.Proxy firewall
इस प्रकार की प्रॉक्सी फ़ायरवॉल को सबसे अच्छी क्वालिटी के फायरवॉल के रूप में जाना जाता है। जब हम लोग इंटरनेट पर कोई भी कीवर्ड सर्च करके ब्राउज़र सर्फिंग करते हैं तो यह firewall HTTPS और FTP प्रोटोकॉल पर आने वाले सभी ट्राफिक पर अपना नजर बनाए रखकर चेक करते रहता है। प्रॉक्सी फ़ायरवॉल पर खुद का आईपी एड्रेस होता है
बाहर नेटवर्क से आने वाले नेटवर्क का पैकेट को कभी शिकायत नहीं करता पैकेट का मुख्य कार्य डाटा ट्रांसफर करने के लिए उपयोग किया जाता है तथा उनके निरीक्षण का कार्य पैकेट को पूर्ण रूप से करता है इसके अलावा फायर वालों के पास पूरे नेटवर्क को निरीक्षण करने की क्षमता होती है।