दूरी और विस्थापन दोनों भौतिकी में गतिविधियों को मापने वाले महत्वपूर्ण तत्व हैं। नीचे उनके अंतर और परिभाषा को समझाया गया है:
दूरी (Distance):
दूरी की परिभाषा, ” किसी भी गतिमान वस्तु द्वारा तय किये गए पथ या मार्ग की लम्बाई को दूरी (Distance) कहते हैं.”
दूरी वह रास्ता है जो किसी वस्तु द्वारा तय की जाती है, जिसमें वस्तु ने अपने स्थान को बदलने के लिए अवधि के दौरान चला या घुमा है।
माना कि AB = D1 तथा AC = D2
अतः कुल दूरी = D1 + D2
मापन की इकाई: मीटर (m) या किलोमीटर (km)।
उदाहरण: यदि कोई व्यक्ति अपने घर से स्कूल जाने के लिए 2 किलोमीटर की दूरी तय करता है, तो वहां से स्कूल पहुंचने के लिए उसकी दूरी 2 किलोमीटर होगी।
विस्थापन (Displacement):
विस्थापन की परिभाषा,” एक निश्चित दिशा में किसी भी गतिमान वस्तु के अंतिम व प्रारंभिक स्थितियों के बीच की न्यूनतम दूरी को विस्थापन (Displacement) कहते है.”
परिभाषा: विस्थापन वह दूरी है जो किसी वस्तु के प्रारंभिक स्थान और अंत स्थान के बीच की दूरी को दर्शाती है। इसमें केवल वस्तु के अंतरिक स्थान की मापनीय गति का ध्यान रखा जाता है।
मापन की इकाई: मीटर (m) या किलोमीटर (km)।
उदाहरण: यदि कोई व्यक्ति अपने घर से स्कूल जाने के लिए पहले 2 किलोमीटर पूरे रास्ते को फिर से वापस अपने घर वापस लौटते हुए 2 किलोमीटर फिर से स्कूल पहुंचता है, तो उसका विस्थापन 0 होगा। क्योंकि उसने अपने प्रारंभिक स्थान से आखिरी स्थान तक कोई अंतर नहीं किया है, और उसका विस्थापन 0 होगा।
Difference Between Distance and Displacement in Hindi | विस्थापन और दूरी में अंतर लिखिए | दूरी और विस्थापन में अंतर | Difference Between Distance and Displacement | विस्थापन और दूरी में अंतर
दूरी (Distance) | विस्थापन (Displacement) |
वस्तु द्वारा तय की गयी एक निश्चित लम्बाई दूरी कहलाती है. | किसी गतिमान वस्तु के अंतिम व प्रारम्भिक स्थिति के बीच की दूरी को विस्थापन कहते है. |
जिसमें वस्तु ने अपने स्थान को बदलने के लिए अवधि के दौरान चला या घुमा है। | जो किसी वस्तु के प्रारंभिक स्थान और अंत स्थान के बीच की दूरी को दर्शाती है। |
मापन की इकाई: मीटर (m) या किलोमीटर (km)। | मापन की इकाई: मीटर (m) या किलोमीटर (km)। |
दूरी एक अदिश राशि है. | विस्थापन एक सदिश राशि है. |
दूरी किसी भी वस्तु के स्थान के परिवर्तन को मापती है। | विस्थापन केवल वस्तु के अंतरिक स्थान की मापनीय गति का ध्यान रखता है। |
दूरी में वस्तु के अंतरिक स्थान का ध्यान नहीं दिया जाता है। | विस्थापन में केवल वस्तु के अंतरिक स्थान का ध्यान दिया जाता है। |
दूरी का मापन समय के साथ बदलते रहते हैं। | विस्थापन का मापन समय के साथ बदलते रहते हैं। |
वस्तु द्वारा तय की गयी दूरी सदैव धनात्मक होती है | किसी वस्तु का विस्थापन ऋणात्मक, शून्य व धनात्मक तीनो हो सकती है. |
दूरी = D1 + D2 | विस्थापन बराबर = अंतिम स्थिति – प्रारंभिक स्थिति |