किसी भी काम पर फोकस कैसे रहे? जानिए बेहतरीन तरीका

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दोस्तों आज के इस भाग दौड़ में सभी लोग बिजी हैं हर दिन एक अमेरिकन को तीन से चार हजार विज्ञापन देखने को पड़ता है जिससे कोई भी लोग किसी भी एक चीज पर मन नहीं लगा पा रहे हैं।

जिंदगी में कोई भी काम को करने के लिए किसी भी एक काम पर फोकस होना बहुत ही ज्यादा जरूरी है। यदि आप फोकस नहीं हो पाते हैं।
तो आप वह काम नहीं कर पाएंगे जो आपको अपनी जिंदगी में करना चाहिए आप वह काम कर पाएंगे जो दूसरे लोग आपको करवाना चाहते हैं और बाद में आप पछताएंगे कि मैं एक काम क्यों नहीं कर पाया।
दोस्तों आज की आधुनिक दुनिया में लगभग हर क्षेत्र टेक्नोलॉजी से समृद्ध है जिसे सभी लोग यूज़ कर रहे हैं।
जिससे आज के एक एडल्ट पर्सन अपने 40% भूखा कर सकते हैं क्योंकि इसकी बहुत ही बड़ा वजह सोशल मीडिया है।
उसी में से एक सोशल मीडिया टीवी चैनल और गेमिंग जैसे फील्ड है जिससे छोटे बच्चे से लेकर बूढ़े तक अपने मन को विचलित कर लेते हैं।
तो दोस्तों डिस्ट्रेक्शन सिर्फ एक चीज नहीं होती है। डिस्ट्रक्शन में बहुत सारी चीजें होती है जिसे आपको एक-एक करके सवाल करके उस स्थिति पर जाना है जहां पर आप को फोकस प्राप्त होगा।
दोस्तों यदि आप सचमुच किसी भी काम को फोकस करके उस पर जीत हासिल करना चाहते हैं और सच में आप अपनी जिंदगी में कुछ चेंज करना चाहते हैं।
तो आपको इस आर्टिकल को शुरू से लेकर अंत तक जरूर पढ़ना पड़ेगा तभी आप उस फोकस स्थिति को प्राप्त कर सकते हैं

1. फोकस क्या है? और यह कैसे काम करता है?

दोस्तों सबसे पहले हमें यह समझना होगा कि फोकस क्या है? और यह कैसे काम करता है? आप लोग attention, focus, concentration जैसे शब्दों जो की बहुत ही समान है इसे आप बहुत ही ज्यादा सुना होगा।
हमारे आसपास हो रहे एक्टिविटी के कारण किसी एक inside और outside stimuli पर रहते हैं दूसरा सवाल आता है कि stimuli क्या है? Stimuli मतलब वो चीज जो हमारे ध्यान को आकर्षण करती है।
तो दोस्तों फोकस का मतलब किसी एक stimuli पर रखना। फोकस एक लेवल है जो बहुत सारे लेवल होते हैं जिसमें हम learn, improve, adopt करना सीख जाते हैं। लेकिन हर लोगों का कमजोरी अलग-अलग लेवल पर होती है। इसीलिए कोई एक टेक्निक नहीं है जो सब प्रॉब्लम को सुलझा सकें यदि
आप अपने सबसे बड़े कमजोरी को ढूंढ लेते हैं जिसके कारण आपकी फोकास ज्यादा खराब होती है। तभी आप उसे ठीक कर सकते हैं और फोकस पा सकते हैं। यही खोज निकालना है यही सबसे बड़ा आपका काम है

2.specific situation and problem in your system

हमारे फोकस खत्म होने का कारण हमारे automatic attention और intentional attention के डिस्टर्ब हो जाना। हमारे पास पास हो रही एक्टिविटी से डिस्टर्ब हो जाना है जिससे हमारे दिमाग को लगे कि यह हमारे लिए खतरा है ऑटोमेटिक अटेंशन कहते हैं।
intentional attention का मतलब किसी कारण से हम जब हम किसी भी काम पर 10 मिनट से ज्यादा ध्यान ना लगा सके। या हम बार-बार डिस्टर्ब हो रहे हैं अपने आप intentional attention डिस्टर्ब होता है environment zone, body zone,mind zone के प्रभाव से
Environment zone हमारे आस पास हो रही एक्टिविटी और कई अलग-अलग factor पर निर्भर करती है। जैसे कि बाहर की मौसम और तापमान इत्यादि।Body zone का मतलब सीधे हमारे बॉडी स्टेप से संबंधित हैं।
अनकंफरटेबली बैठना या शरीर का बीमार हो जाना यह सभी हमारे शरीर के बॉडी जॉन की प्रॉब्लम है। और हमारे दिमागी जॉन चिंता तनाव और ज्यादा सोचना है यह सभी हमारे दिमागी समस्या है।
आपको यह देखना होगा कि आप इस तीनों zone में से किस जोन से आपको प्रभावित हो रहे हैं और आप अपने फोकस को सही जगह नहीं लगा पाते हैं। इसे समझने के लिए आपको डिस्ट्रेक्शन लॉग का उपयोग करना चाहिए उस के माध्यम से आप कब कैसे कहां पर किस के कारण आप अपने फोकस को डिस्टर्ब करते हो।

3.Motivation:getting motivated is overrated 

आपको यह तो पता जरूर होगा कि हमें मोटिवेटेड रहने के लिए अच्छी-अच्छी मोटिवेशन वाला किताब और मोटिवेट वाला कोट्स रोज पढ़ना चाहिए। लेकिन हम इससे कुछ समय के लिए मोटिवेट रह सकते हैं।
कोई भी आदमी दिन रात 24 घंटे मोटिवेट नहीं रह सकता क्योंकि हमारे भावना हर समय बदलते रहते हैं जैसे कि हम कभी खुश रहते हैं तो कभी हम लोग चिंता में रहते हैं तो हम लोग कभी दुख रहते हैं।
लेकिन आप कुछ तरीका जानते हैं इन सभी चीज को कंट्रोल करने के लिए तो आपके फोकस को कभी यह चीज डिस्टर्ब नहीं करेगा। तो दोस्तों यदि आप काम करना चाहते हैं यह एक खुद में ही एक मोटिवेशन है।
आपको हर जगह मोटिवेशन ढूंढने से अच्छा है अपने लक्ष्य काम और उत्तरदायित्व एक लिस्ट बनाना चाहिए उदाहरण यदि आप को एक महीना में एक बुक पढ़ना है तो आपको 1 दिन में आप कितना पेज पढ़ सकते हो इसे डिसाइड करिए।
क्योंकि पूरी बुक को पढ़ने से अच्छा दिन में कुछ ही पेज को पढ़िए इससे आपको कम तनाव महसूस होगा। जितना आप कम पढ़ोगे उतना आपको कम तनाव झेलना पड़ेगा। हम intrinsic और extrinsic factors से जाता motivated होते हैं।
intrinsic मतलब जो हमारे अंदर से मोटिवेशन आती है जैसे कि will पावर, passion, desire से आता है।
और extrinsic motivation बाहर से आता है जैसे कि reward,prize,appreciation,punishment इत्यादि से आता है।
Intrinsic और extrinsic motivation दोनों को मिलाकर कंबाइंड करके खुद को मोटिवेट करने से ज्यादा हमें डिसिप्लिन रहना ज्यादा जरूरी है। जैसे कि आपको कुछ काम करना है तो उसे करने के बाद एक रीवार्ड जरूर रखिए।

4.Build an environment that facilitates your focus 

आपके आसपास में कुछ होने से आपके माइंड और फोकस में प्रभाव जरूर डालता है। हर एक्टिविटी के लिए अलग कंडीशन की जरूरत होती है इसीलिए फोकस करने के लिए एक सूटेबल इन्वायरमेंट की बहुत ही जरूरत होती है।
आप काम करते हुए ऐसे रूम में हो focus नहीं कर सकते जहां अरगुमेंट, लड़ाई या हल्ला हो रहा हो। फोकस करने के लिए ऐसी जगह होना चाहिए जहां कोई डिस्टर्ब ना करें और हमारे mind zone और body zone प्रभावित ना हो।
एक मिसकनसेप्शन फैली हुई है कि काम या पढ़ाई करने के लिए अलग से रूम होना चाहिए यदि आपके पास है तो अच्छी बात है लेकिन दोस्तों बहुत लोगों के पास अलग room होने के बावजूद भी focus नहीं कर पाते हैं।
और ज्यादातर लोग अलग से रूम afford ही नहीं कर पाते हैं। तो क्या वो हार मान ले यदि आपके पास एक्स्ट्रा कमरा है तो उसे फोकस zone बनाइए। और यदि आपके पास अलग से कमरा नहीं है तो आप उस समय को चुनिए जब आपके घर में हल्ला ना हो और आपके घर एकदम शांत हो।
और आपके समान आप के आस पास ही होना चाहिए ताकि आपको बार-बार उसे लाना ना पड़े इससे आपका स्ट्रेस बढ़ जाता है और आप focus नहीं कर पाते हैं।

5.Max out your cognitive powers

जहां तक हमें लगता है कि हम अपने दिमाग के समस्या के कारण होकर नहीं कर पा रहे हैं। लेकिन ऐसा हर बार नहीं होता है कई बार हमारे दिमाग के बजाय हमारे शरीर में कुछ समस्या होती है जिसके कारण हम फोकस नहीं कर पाते हैं।
बॉडी का सही इस्तेमाल होना और कंफर्टेबल बैठना हमारे शरीर के लिए बहुत ही जरूरी होता है back pain, injuri, comfortable clothes पहने हो। यदि शरीर में किसी भी प्रकार की थकान या दर्द हो तो यह सीधा आपके दूसरे जोन पर प्रभाव डालता है। जिससे आपका focus ना के बराबर होता है।
हालांकि दूसरे और factors होता है। जैसे कि ज्यादा लाइट होना हमारे आंख में स्ट्रेस डालना। extreme cool या hot room temperature और हमारे बॉडी को stress से मुक्त रखने के लिए अच्छे से सोना।
इलेक्ट्रीशियन टाइम पर लेना एक्सरसाइज को सही तरीके से करना। जिससे हमारे एनर्जी low ना हो और हम सही ढंग से फोकस कर सकें।

6.Manage your mind for a laser sharp focus

शरीर की तरह दिमाग को भी लेजर की तरह फोकस रखने के लिए देखभाल करना बहुत जरूरी है। दिमाग में किसी भी तरह का तनाव दिमाग के फोकस को खत्म कर देता है तनाव सबसे बड़ा कारण होता है हमारे हमारे इमोशनल स्टेट का।
पूरे दिन अलग-अलग इमोशनल को फील करते हैं और उन्हीं पर डिपेंड करता है कि हम अपने काम पर कैसे perform करते हैं। अपने माइंड को ठीक करने के लिए हम बहुत छोटी छोटी activity कर सकते हैं। जैसे की एक्सरसाइज मेडिटेशन और काम के टाइम ब्रेक को ऐड करना और 1 दिन के लिए सीमित लक्ष्य रखना।
यदि हम लोग महीने के goal को छोटे-छोटे टुकड़ों में बांटकर हर रोज दिनों में रख दे तो हमारे लिए कम ही goal बचेंगे जिससे हम लोग बिना तनाव के कर सकेंगे थोड़े काम में ही। और रोज अपने प्रोग्रेस को चेक करेंगे तो अच्छा feel करेंगे क्योंकि रोज अपने को तो कंप्लीट करेंगे।

7.The importance of managing energy not time

हम लोग हमेशा सुनते आ रहे हैं कि समय बहुत ही कीमती चीज है जिसे एक बार जाने के बाद नहीं पा सकते हैं। अक्सर ज्यादातर लोगों को टाइम मैनेज करना नहीं आता है। पर उन्हें टाइम की वैल्यू करना जरूर आता है।
कुछ good stance होते हैं जो हमें टाइम से पहले काम खत्म करने को मोटिवेट करते हैं। लेकिन यही स्ट्रेस गुड से अगली में बदल जाए तो काम को खत्म करना बहुत ही मुश्किल हो जाता है। क्योंकि पूरे दिन हमारे एनर्जी लेवल एक जैसे नहीं होते हैं इसलिए यह लगभग इंपॉसिबल है।
इसलिए आपको अपने टाइम मैनेज करने से ज्यादा आपको अपनी एनर्जी मैनेज करना में ज्यादा फोकस करना चाहिए। पूरे दिन टाइम वैसी चलता है।
जैसे रोज चलता है लेकिन आपके एनर्जी लेवल रोज चेंज होते रहते हैं कभी कम कभी ज्यादा और कभी-कभी तो आपके एनर्जी लेवल पूरा ना के बराबर हो जाते हैं।
तो सबसे पहले आपको यह देखना है कि आपके एनर्जी लेवल सबसे ज्यादा किस समय होता है उसी समय सबसे पहले आपको अपने सबसे अच्छा काम को करना है। और जब आपके एनर्जी लेवल कम होता है उस समय आपको आपके सबसे खराब काम को करना है।

8.Create a system that works everytime

दोस्तों आपको शॉर्ट ट्रिक हर जगह मिल जाएगी जोकि कम समय के लिए बहुत ही अच्छा परफॉर्म करेगी लेकिन ज्यादा टाइम तक टिकेगी नहीं लेकिन दोस्तों डीप नॉलेज बहुत ही कम जगह पर ही आपको मिलेंगे
लक्ष्य और काम कभी भी टेंपरेरी नहीं होता है हमारे पूरा जिंदगी गोल और काम से भर दे दिए होते हैं।
इसीलिए फोकस करना चाहिए कि long term habit बनना चाहिए और एक सिस्टम बनाना चाहिए इसलिए हमें जेंट्स क्लियर कहते हैं कि goal बनाने से पहले हमारे habit बनना चाहिए। बाकी सब कुछ अपने आप ही हो जाएगा।

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