भारत सरकार फिर 232 एप्लीकेशन को बैन कर दिया गया है।

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भारत सरकार कुछ साल पहले बहुत सारे एप्लीकेशन को भारत देश में बैन कर दिया था जिसमें बड़े बड़े हैं एप्लीकेशन शामिल थे जैसे कि BGMI, Tik tok, BUPG और अन्य एप्लीकेशन शामिल थे।

लेकिन अभी अभी सूचना आ रही है कि भारत सरकार ने 232 नए एप्लीकेशन को भी बंद कर दिया गया है रिपोर्ट की बात माने तो 94 एप्लीकेशन लोन देने वाले कंपनी से संबंधित है और 138 एप्लीकेशन सट्टेबाजी वेटिंग एप्लीकेशन से संबंधित है जो डायरेक्ट या इनडायरेक्ट चाइना से जुड़े हुए हैं।

सरकार ने अपनी पूरी नजरों से खोजा तो पाया कि 94 एप्लीकेशन e-store पर पड़े हुए हैं डाउनलोड कराने के लिए जबकि कुछ अन्य थर्ड पार्टी लिंक के द्वारा लोगों एप्लीकेशन को डाउनलोड करवाया जा रहा है।

जैसे ही इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की नजर इस तरह की प्रक्रिया पर पड़ी तो जल्दी सरकार ने ही नहीं पेंट करने की प्रक्रिया चालू कर दी है।

भारत सरकार चाइनीज एप्लीकेशन को क्यों बंद कर रही है?

चाइनीस एप्लीकेशन को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की बातें चल रही है और वहां पर बताई जा रही है कि यह एप्लीकेशन भारत देश की सुरक्षा के लिए खतरा है जो इसे बंद कर करना बहुत ही ज्यादा जरूरी है।

भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने 232 चाइनीज एप्लीकेशन को अपनी नजर में देखा तो उनका यहां पर गलत तरीके से काम करना चल रही थी। तभी भारत सरकार ने इन्हें अच्छी तरह से विश्लेषण कर लिया था कि यह भारतीय जनता के डाटा को कहां स्टोर कर रही है?

भारत देश के संविधान में आईटी अधिनियम की धारा 69 बनी हुई है जोकि यह इस धारा का उल्लंघन करने का दोषी बना जो भारत देश की संप्रभुता और अखंडता के लिए बहुत सारे खतरा और हिंसा ला सकती है।

कुछ  समय पहले यह भी खबर आ रही थी कि लोन एप्लीकेशन वाले लोग अपने ग्राहकों को दबाव पूर्वक लोन चुकाने के लिए कर रही थी। 

कई रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि जो भी यहां एप्लीकेशन लोन देने के लिए बनी हुई है उनके पीछे चाइनीस बिजनेसमैन की हाथ है जो कि अपने पैसा को इस एप्लीकेशन पर लगाते हैं और इस एप्लीकेशन को चलाने के लिए भारतीय लोगों को थमा देते हैं जो पूरे एप्लीकेशन को संभालते हैं और लोगों को लोन देकर उन्हें 3000 परसेंट तक का ब्याज बढ़ा देते हैं और पैसा ना देने इस प्रकार की मानसिक उत्पीड़न और डराने की का भी काम करता है।

2020 में एप्लीकेशन को बैन करने की शुरुआत हुई थी क्योंकि वह समय भारत और चाइना के बीच सीमा विवाद बहुत ही ज्यादा बढ़ गया था उस समय मोदी galvan घाटी में जाकर भाषण दिया करता था तब से एप्लीकेशन उसको बंद करके डिजिटल स्ट्राइक के रूप में करता था जिसमें बहुत सारे एप्लीकेशन समिति थे जैसे कि टिक टॉक पब्जी मोबाइल कैमस्कैनर गरेना फ्री फायर यह सभी एप्लीकेशन देश के डाटा को कहीं और इकट्ठा करते थे। 


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