Machine learning kya hai – जानिए संपूर्ण जानकारी

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हेलो दोस्तो नमस्कार उम्मीद करता हूं कि आप अच्छे ही होंगे दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम जानेंगे कि machine learning kya hai? और इसके अलग-अलग aspect से पूरे डिटेल में जानेंगे और इसके उपयोग और मशीन लर्निंग कैसे काम करता है?, इसके प्रोसेस को अच्छे से जानेंगे फिर उसके बाद इसके महत्व को अच्छे से समझेंगे।

और इसमें जो शब्द use हुआ है उसे भी अच्छे से define करेंगे। तो चलिए दोस्तों ज्यादा समय न लगाते हुए सीधे समझते हैं सबसे पहले machine learning kya hai?

Machine learning kya hai?

दोस्तों machine learning kya hai? जानने से पहले उसके थोड़े से इतिहास को जान लेते हैं। मशीन लर्निंग का terms का नाम सबसे पहली 1959 में Arthur Samuel ने लिया था।

और वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और कंप्यूटर गेमिंग में महारथी था। और इसने मशीन लर्निंग को इस तरह परिभाषित किया की जो इस तरह है “अध्ययन का क्षेत्र जो कंप्यूटर को स्पष्ट रूप से प्रोग्राम किए बिना सीखने की क्षमता देता है” दोस्तों मशीन लर्निंग इस तरह से होता है।

दोस्तों फिर भी यदि आपको machine learning kya hai? यह समझ नहीं आया होगा तो कोई बात नहीं मैं आपको सिंपल शब्दों में समझा देता हूं।

कि मशीन लर्निंग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का ही एक भाग है जो डिवाइस को अपने एक्सपीरियंस से खुद को सिखाने का सामर्थ्य रखता है। और डिवाइस को बिना कोडिंग किए हुए खुद को सुधार सकता है।

मशीन लर्निंग में मशीनों को उनके व्यवहार और decisions में उन्हें सीखने और अपने स्वयं के program को development करने की क्षमता देता है। जो इस तरह की लर्निंग मानव से अधिक मानवीय बनाने का अध्ययन है।

इसमें मानव का काम करने के लिए बहुत ही कम जरूरत होती है। मशीन अपने एक्सपीरियंस के आधार पर स्वयं को सुधार किया जाता है।

मशीनों को अच्छी क्वालिटी का डाटा दिया जाता है और Data के आधार पर मशीन को train करने के लिए अलग-अलग algorithm को Machine learning model बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

अलग-अलग एल्गोरिथ्म को चुनकर इस्तेमाल करना डेटा के प्रकार और स्वचालित होने की आवश्यकता वाली गतिविधि के प्रकार पर निर्भर करता है।

Machine learning Traditional programming से कैसे अलग है?

अब आप सोच रहे होंगे कि यह पारंपरिक programming से किस प्रकार अलग है? दोस्तों मैं आपको बताना चाहूंगा कि ट्रेडिशनल प्रोग्रामिंग और मशीन लर्निंग दोनों अलग है।

ट्रेडिशनल प्रोग्रामिंग में आउटपुट प्राप्त करने के लिए अच्छी तरह से कोडिंग करके और अच्छी तरह से परीक्षण कर के डाटा को मशीन के अंदर डाला जाता है। फिर उसके बाद और output प्राप्त होता है।

लेकिन मशीन लर्निंग में ऐसा नहीं होता है इसमें थोड़ा से अलग होता है मशीन लर्निंग में इनपुट डाटा को output के साथ मशीन को सिखाते समय मशीन के अंदर डाला जाता है और वह स्वयं अपने प्रोग्राम को डेवलप करके output देता है।

दोस्तों मुझे उम्मीद है कि आपको या आर्टिकल समझ आ रहा है तभी आप यहां तक पहुंच गए हैं दोस्तों अब बात करते हैं मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में क्या अंतर है?

मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में क्या अंतर है?

दोस्तों आप सोच रहे होंगे कि मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस दोनों एक जैसा है। तो दोस्तों मैं आपको बताना चाहूंगा। कि यह दोनों अलग अलग चीज है लेकिन ज्यादा अलग नहीं है।

मशीन लर्निंग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का हीं एक भाग है। तो चलिए दोस्तों सबसे पहले मशीन लर्निंग को जान लेते हैं। किसी विशेष कैटेगरी में मशीन लर्निंग में हम मशीन को डाटा देते हैं।

तो मशीन लर्निंग में मशीन अपने past मतलब अपने बीते हुए समय के अनुभव से आने वाले समय में अपनी परफॉर्मेंस को और अधिक सुधार करता है। दोस्तों इसे और अच्छे समझने के लिए एक उदाहरण लेते हैं। जैसे कि आप मशीन को एक बिल्ली को पहचानना सिखा रहे हैं।

तो आप कई अलग-अलग प्रकार की बिल्ली के फोटो को उस मशीन को डाटा के रूप में दोगे तो वह मशीन बाद में बिल्ली को किसी भी एंगल से वह मशीन पहचान लेगा।

यह तो हुआ मशीन लर्निंग की अब बात करते हैं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दोस्तों आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में क्या होता है? इनमें किसी भी चीज को समझने की क्षमता होती है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जनरल का मतलब भी काम को कर सकता है। और उस काम के बेस पर डिसीजन ले सकता है। चलिए से और अच्छे से उदाहरण के माध्यम से समझते हैं।

जैसे कि आप मशीन को फुटबॉल खेलना सिखा रहे हैं लेकिन बाद में इसे क्रिकेट खेलने के लिए बोलते हैं तो भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मशीन इसे कर लेगा।

लेकिन मशीन लर्निंग सीख रहे मशीन इसे नहीं कर पाएगा यही अंतर होता है मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल लर्निंग में तो दोस्तों उम्मीद करता हूं। कि आपको मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस समय अंतर अच्छे से समझ आ गया होगा।

मशीन लर्निंग कैसे काम करता है?

दोस्तों मैं आपको बताना चाहूंगा कि मशीन लर्निंग में मशीन को जितना ज्यादा से ज्यादा डाटा provide करोगे। उतने अच्छे और accurate रिजल्ट देगा।

दोस्तों मैं आपको पहले ऊपर में बताया हूं। की मशीन अपने बीते हुए समय में जो काम किए होते हैं। उनके अनुभव से आगे और अच्छे से काम करता है दोस्तों इसे और अच्छे से समझने के लिए चलिए एक उदाहरण लेते हैं।

गूगल का ही सर्च इंजन गूगल है और गूगल का एक वीडियो देखने वाला यूट्यूब है। तो दोस्त हो जैसे कि आपने गूगल में किसी वेबसाइट पर जाते हैं।

और वहां आप जो कुछ भी सर्प करते हैं वेबसाइट में तो वह आपके सभी एक्टिविटी डाटा आपके अकाउंट या आईडी के सर्च हिस्ट्री में save हो जाता है।

फिर गूगल चलाकि से यूट्यूब में जब आप वीडियो देखने के लिए जाते हैं तो उसी से संबंधित वीडियो आपको होम पेज पर दिखाने लगते हैं। जो आपके इंटरेस्ट को गूगल समझ लेता है।

मतलब आप की बीती हुई एक्टिविटी मतलब जो चीज आप पर गूगल पर जाकर वेबसाइट खोलना और वेबसाइट पर किसी भी link से और कहीं पर जाना है।

यह सभी एक्टिविटी गूगल पकड़ लेता है। और उसके आधार पर आपको गूगल जगह-जगह विज्ञापन दिखाता है। यह सभी मशीन लर्निंग के वजह से हुआ है। तो दोस्तों इस तरह से मशीन लर्निंग काम करता है।

मशीन लर्निंग के प्रकार क्या-क्या है?

मशीन लर्निंग को मुख्य रूप से तीन भागों में बांटा गया है जिसे हम अभी तीनों को एक-एक करके समझेंगे दूसरे दोस्तों समझते हैं:

Supervised machine learning

इस लर्निंग में एक ट्रेनर होता है जो मशीन को बार-बार ट्रेन करते रहता है और इस लर्निंग में मशीन को इनपुट के रूप में ट्रेनिंग डाटा और लेबल किया हुआ डाटा दे दिया जाता है। और मशीन अपनी ट्रेनिंग किया हुआ डाटा के आधार पर आउटपुट देता है।

मशीन को जितना अच्छे से ट्रेनिंग कियाया होता ।है। मतलब अच्छे quality का डाटा दिया हुआ होता। है।मशीन तो अच्छे से output देता है। मतलब इस लर्निंग में मशीन अपने अपनी पिछली अनुभव से सीखता है और आउटपुट देता है।

Unsupervised machine learning

इस मशीन लर्निंग में सुपरवाइज्ड मशीन लर्निंग के जैसे पहले से इनपुट data के रूप में लेबल डाटा नहीं दिया जाता है। इसमें सिर्फ डाटा दिए जाता है।

फिर उसके बाद जैसे ही कोई इनपुट data डाला जाता है। तो मशीन एनालाइज करके एक cluster तैयार करती है और डाटा को कैटिगराइज करके और फिर ग्रुप के रूप में दे दिया जाता है।

Reinforcement Machine learning

इस machine learning में मशीन डायरेक्ट अपने environment के साथ interact करता है। और स्वयं काम करता है और अपने किए हुए गलती को बार-बार नहीं करता है इस मशीन लर्निंग में Environment, agent, action, state, reward इससे आपको क्या समझ आ रहा है।

इसमें कोई एक एजेंट है चलिए एक example से मैं आपको बताता हूं जैसे कि आप chase खेलते हैं तो वह chase आपके लिए एक environment है और आप एक agent है और आप जो खेलते हैं वह action है। और वह chase के जिस लेवल में रहते हैं वह आपके state होते है और आपके जीत एक reward है।

जैसे कि आप उस chase के गेम में एक बार हार जाते हैं तो आप किस तरह की गलती करके आप हारे हुए होते हैं वह आपके दिमाग में रहते हैं तो उसी तरह मशीन भी एक बार गलती करते हैं तो उसके मेमोरी में रिकॉर्ड हो जाते हैं फिर बाद में बार बार गलती नहीं करते इस तरह से Reinforcement Machine learning को सीखा जाता है।

मशीन लर्निंग का उपयोग क्या क्या है?

दोस्तों मैं आपको बताना चाहूंगा कि मशीन लर्निंग का उपयोग हमारे रोजमर्रा की जिंदगी में कितना अंदर घुस गया है। यह आपको पता भी नहीं है जैसे कि बिजनेस का डिसीजन लेने में, प्रोडक्टिविटी को बढ़ाने में, बीमारियों को पता लगाने के लिए,

और मौसम विभाग में मौसम की जानकारी के लिए इन सभी जगह मशीन लर्निंग का उपयोग किया जाता है। तो चलिए दोस्तों इसे एग्जांपल देखकर इन्हें अच्छे से समझते हैं।

Traffic alerts

फ्रेंड आपने कभी तो गूगल मैप्स चलाया होगा है ना तो google कैसे जान जाता है की इस रास्ते में ट्राफिक है और इस रास्ते में ट्रैफिक नहीं है तो दोस्तों मैं आपको बताना चाहूंगा कि यह गूगल के कई फैक्टर पर काम करता है जैसे कि वर्तमान में कितने लोग गूगल maps का इस्तेमाल कर रहा है?

और गूगल के पास उस रास्ता का कितना history डाटा है? और उस समय कितना लोग गूगल मैप का रियल टाइम यूज़ कर रहा है? इस सभी को जानने के लिए गूगल जब आप ऐप को इंस्टॉल करके यूज़ करते हैं तो उस समय आपसे गूगल allow मांगता है तो आप allow कर देते हैं तो यह सभी जानकारी को जान जाते हैं जैसे कि:

आपका लोकेशन

आपका औसत ट्रैवलिंग स्पीड

आप कुछ प्रश्न करते हैं गूगल मैप्स पर जैसे कि ‘कितना ट्रैफिक है’?

Day, date, और specific occasion

इस तरह से गूगल आपसे अनुमति मांग कर आपके सभी इस तरह के डाटा को अपनी एप्लीकेशन के माध्यम से। अपने डाटा सेंटर पर स्टोर कर लेते हैं। फिर उसके बाद यह डाटा को अपने मशीन लर्निंग एल्गोरिथम्स और एआई सिस्टम पर रिप्लाई करके यूज करते हैं।

Image Recognition में

दोस्तों आप किसी भी फोटो को याद कर लेते हैं जैसे कि आप bike को याद कर लेते हैं और उस बाइक के कलर और वह किसके ब्रांड है इसको भी आप याद कर लेते हैं क्योंकि आपको इंसान हूं लेकिन आपने कभी सोचा है? कि कंप्यूटर कैसे फोटो को याद करते होंगे? दोस्तों आप बोलोगे नहीं कोई बात नहीं मैं आपको बता देता हूं दोस्तों इमेज Image Recognition भी एक मशीन लर्निंग का एप्लीकेशन है।

कंप्यूटर इमेज को याद करने के लिए image प्रोसेसिंग एल्गोरिथ्म का उपयोग करता है और एक पैटर्न बनाता है। कंप्यूटर इमेज को डिजिटल इमेज(video, graphics, image) में बदल देता है।

Speech Recognition में

तो दोस्तों आप गूगल voice search कभी न कभी किए होंगे। तो दोस्तों आपको बता दूं कि इसे Speech Recognition कहा जाता है। और voice to text के नाम से भी जाना जाता है। यह मशीन लर्निंग का सबसे बड़ा example है।

voice search से जो भी आप बोलते हैं और वह टेक्स्ट में लिखाते चला जाता है यह एक प्रोसेस है जिसमें मशीन लर्निंग एल्गोरिथम का उपयोग किया जाता है। आजकल यह बहुत ही ज्यादा पॉपुलर है इसका उपयोग Google assistant, siri, alexa इन सभी वॉइस सर्च मे किया जाता है।

Self driving cars में

आजकल self driving के लिए कार में मशीन लर्निंग का उपयोग किया जाता है। मशीन लर्निंग का उपयोग सबसे ज्यादा उपयोग किए जाने में से एक है। आप लोग Elon musk भली-भांति जानते ही होंगे जिसका कार कंपनी Tesla है। जो self ड्राइविंग कार बनाती है। वह मशीन लर्निंग का ही उपयोग करके बनाती है। जो इंसान और वस्तुओं को डिटेक्ट कर सकता है।

Email spam और Malware filtering में

दोस्तों आप लोग Email तो चलाते ही होंगे। जिसमें देखा आपने होगा कि spam email अलग, normal अलग important email अलग यह सभी को कैसे अलग किया जाता है? क्या आपको पता है? यदि नहीं तो मैं आपको बताता हूं यह भी मशीन लर्निंग का उपयोग करके ही आपके ईमेल को फिल्टर करते हैं। और आपको एक सही ईमेल provide करते हैं। इस तरह से ईमेल spam और Malware filtering में मशीन लर्निंग का उपयोग किया जाता है।

Online Fraud Detection में

आजकल लोगों के साथ fake ID, Fake account, अपनाकर धोखाधड़ी किया जाता है। और लाखों का नुकसान होता है। तो इसी ऑनलाइन froud को देखते हुए सारी ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने वाली कंपनियां मशीन लर्निंग का उपयोग करके safe और सुरक्षित ट्रांजैक्शन किया जाता है। इस तरह से ऑनलाइन online fraud Detection में मशीन लर्निंग का उपयोग होता है।

Stock Marketing में

मशीन लर्निंग का उपयोग स्टॉक मार्केटिंग में सबसे ज्यादा किया जाता है। यह मशीन लर्निंग का सबसे बड़ा applications है। स्टॉक मार्केट में कभी मार्केट डाउन चला जाता है। कभी ऊपर चला जाता है। इसी को पता लगाने के लिए मशीन लर्निंग उपयोग किया जाता है और इसकी सहायता से ट्रेडिंग में predict किया जाता है। कि आगे क्या होने वाला है।

Medical Diagnosis में

आजकल मशीन लर्निंग का उपयोग मेडिकल फील्ड में बहुत ही ज्यादा किया जाता है। मशीन लर्निंग का उपयोग करके कई बड़े-बड़े बीमारी को डिटेक्ट किया जाता है। फिर उसका इलाज किया जाता है। इस तरह से मशीन लर्निंग का उपयोग मेडिकल field में भी होने लगा है।

संक्षेप में

दोस्तों मैं आपको इस आर्टिकल के माध्यम से machine learning kya hai? और machine learning कैसे काम करता है? मशीन लर्निंग कितने प्रकार का होता है? और ट्रेडिशनल programming और मशीन लर्निंग में अंतर क्या है? इस चीज को मैं अच्छे से आपको समझा दिया हूं। दोस्तों मैं बताना चाहूंगा की दुनिया आगे चलकर मशीन लर्निंग और रोबोटिक्स इन सभी चीजों में बहुत ही ज्यादा काम करने वाली है। और आप लोग जानते होंगे कि AI का टेक्नोलॉजी कितना तेजी से बढ़ते जा रही है।

दोस्तों आपको इस आर्टिकल को बनने में कितना मजा आया? और कैसा लगा? कमेंट बॉक्स में लिखकर बताइए और इस आर्टिकल को उन लोगों तक बताइए जिनको टेक्नोलॉजी बहुत पसंद होता है। ताकि उनका भी नॉलेज बढ़े। इस आर्टिकल को पढ़ने के लिए तहे दिल से धन्यवाद।


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