दोस्तों आज नेटवर्किंग डिवाइस का उपयोग छोटे से घर से लेकर बड़े-बड़े कंपनी तक उपयोग किया जा रहा है। उसी में से एक नेटवर्क डिवाइस है। इसका नाम Switch Networking device है। मैं इसी डिवाइस के बारे में बात कर रहा हूं। तो दोस्तों यदि आप नहीं जानते कि switch kya hai? और इसके फायदे क्या है? और नुकसान क्या है? तो आप इस आर्टिकल को अंत पढ़ते रहिए। जिससे यदि आप इस Switch Network device लेते हैं। तो आपको काफी help होगी। तो चलिए दोस्तों ज्यादा समय न लगाते हुए switch kya hai? यह जान लेते हैं।
Switch kya hai?( what is switch in Hindi)
Switch एक networking device है जो स्टार टोपोलॉजी में दो या दो से अधिक कंप्यूटर को जोड़ने में उपयोग होता है। switch को ऊपर आप इमेज पर देख रहे होंगे। switch full duplex पर काम करती है। इस तरह की नेटवर्किंग डिवाइस आप लोग अपने ऑफिस, स्कूल, कॉलेज, campus इन सभी जगहों पर generally देखा होगा।
जो switch या स्विच हो सकता है। generally इस तरह की डिवाइस को generally बहुत सारे डिवाइस को कनेक्ट करने के लिए उपयोग में लेते हैं। switch एक सेंट्रल device है जैसे कि मैंने बताया switch star Topology के जैसे काम करते हैं। जिसमें बहुत सारे ports होते हैं।
जिसे हम multiport repeater कहते हैं यह सारे ports repeater के जैसे काम करती है। तो दोस्तों रिपीटर का मतलब यहां पर होता है यदि आप एक कंप्यूटर के केबल को 100 मीटर तक ले जाने के बाद उस पर switch लगाते हैं। तो यह स्विच 100 मीटर और दूरी तक सिग्नल को transmit कर देता है। switch layer 2 (data link layer) device है।
लेकिन मार्केट में ऐसे भी डिवाइस है जो layer3 पर काम करते हैं जिसे multilayer switch कहते हैं। जो कि multilayer switch layer 2 और layer3 दोनों पर काम करती है पर काम करती है। स्विच Router की तरह भी काम कर सकता है।
Switch mac address (48 bits हर डिवाइस) के आधार पर काम करती है।
Switch mac address को पढ़कर ही दूसरे डिवाइस पर data packets को सेंड करते हैं। switch की हर एक domain collision domain होते हैं। और यह नेटवर्किंग डिवाइस mac address को अपनी टेबल पर स्टोर करते हैं। दोस्तों मुझे उम्मीद है कि आप Switch kya hai? यह तो समझ गए होंगे अब यह जानते हैं कि इसमें क्या-क्या ports है और उसको क्या-क्या काम है?
Switch का ports क्या क्या है?
Switch डिवाइस में कौन-कौन से ports होते हैं चलिए उसे भी अच्छे से जान लेते हैं।
Administrative: इस शब्द का मतलब है यहां पर switch device पर जो भी मैनेज करने के लिए ports होते हैं। उसे Administrative ports कहते हैं।
LAN ports: switch device कई तरह के लैंडपोर्ट होते हैं जैसे कि 10 mbps ports होते हैं Gigabyte port मार्केट में है।
Unlink port: uplink ports का उपयोग upper डिवाइस को connect करने के लिए करते हैं।
USB port: USB port के माध्यम से आप डाटा को store कर सकते हैं और डिवाइस को manage कर सकते हैं।
Stack port: यह s series कैटेगरी के port हैं। इसमें आपको stacking मिलेगा।
Switch के प्रकार क्या-क्या है?
दोस्तों मैं आपको यहां पर कई अलग-अलग स्विच नेटवर्क के प्रकार को व्याख्या करूंगा जिससे आपको यदि आप फिर नेटवर्क खरीदते हैं तो आपको help होगी।
LAN Switch kya hai?
दोस्तों मैं आप को LAN switch को बताने से पहले LAN का फुल फॉर्म बता देता हूं। जिससे आपको LAN switch समझने में help होगी। LAN का फुल फॉर्म local Area Network होता है। इसका उपयोग कंपनी के इंटरनल Local Area network पर किया जाता है। इसे data switch या Ethernet के नाम से जाना जाता है।
Bandwidth के economical allocation के द्वारा नेटवर्क के माध्यम से आने वाले data packets के overlap को रोकता है।
Unmanaged Switch kya hai?
इस तरह का स्विच ज्यादातर घरों में या छोटे-छोटे बिजनेस या कंपनियों में उपयोग किया जाता है। इस तरह के स्विच से नेटवर्क में डिवाइस को एक दूसरे से जुड़ सकते हैं। जैसे कि एक ही जगह पर कंप्यूटर से कंप्यूटर या कंप्यूटर से प्रिंटर को जोड़ सकते हैं। Unmanaged Switch को configuration करने की जरूरत नहीं पड़ती है। यह बहुत सिंपल है और इससे सेट अप करना आसान है। यदि आप ज्यादा Ethernet ports add करना चाहते हैं तो आप Unmanaged Switch का उपयोग कर सकते हैं।
Managed Switch kya hai?
Managed switch को और Unmanaged Switch की तुलना में देखे तो एक नेटवर्क को और स्पीड करने के लिए network के functionality को और enhanced कर सकते हैं। इस प्रकार के स्विच पर कुछ एडिशनल फीचर होते हैं जैसे कि quality of service, simple network management protocol इस तरह की फीचर होते हैं। इसमें हाई सिक्योरिटी होते हैं इसे ज्यादातर VLAN नेटवर्क के लिए उपयोग करते हैं।
POE switch kya hai?
Poe एक नेटवर्किंग डिवाइस होता है। Poe का फुल फॉर्म power over Ethernet होता है। poe switch power और data को integrate करके एक सिस्टम से दूसरे सिस्टम में communicate कराने के काम करते हैं। दोस्तों यदि आपको एक ही cable से डाटा और पावर दोनों की जरूरत है तो आप poe के माध्यम से एक ही cable से यह दोनों काम कर सकते हैं। इसका उपयोग ip कैमरा में प्रयोग किया जाता है। यह स्विच 4, 8, 16, 32 port का आता है।
Stackable Switch Kya hai?
इस Stackable Switch की मदद से आप network को simplify और increase कर सकते हैं। कई सारे स्विच को Stackable Switch टेक्नोलॉजी की मदद से आप एक स्विच में बदल सकते हैं जो एक switch की तरह कार्य करेगा। जिससे मैनेज करना बहुत ही आसान होगा। आप इससे टेक्नोलॉजी की मदद से link aggregation बना सकते हैं। इसका उपयोग बड़े-बड़े डाटा सेंटर में क्या जाता है।
Switch के क्या-क्या फायदे हैं?
यह unicast मैसेज भेजने के लिए बहुत ही अच्छा फायदेमंद होता है।
यह hub के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित स्थान करता है।
Switch से full duplex डाटा Transmit किया जाता है।
इसमें mac address के आधार पर डाटा Transmit किया जाता है।
यदि एक Nodes फेल हो जाता है। तो पूरे नेटवर्क पर कोई असर नहीं पड़ता।
Switch के क्या क्या नुकसान है?
यदि switch फेल हो जाता है तो पूरे नेटवर्क fail हो जाता है।
यह बहुत ही महंगा होता है।
इसे सेटअप करना बहुत difficult होता है।
दोस्तों आज आपने क्या सीखा?
दोस्तों आज की articles पर switch kya hai? और इसके फायदे और नुकसान क्या है? इन सभी जानकारी को इस आर्टिकल के माध्यम से मैं आप को दिया हूं। फिर भी यदि यदि आपको कुछ सवाल होगा तो आप इस कमेंट बॉक्स पर पूछ सकते हैं। यदि आपको इस आर्टिकल पसंद आया होगा तो इस आर्टिकल को उन लोगों तक पहुंचाई। जिनको इस तरह के जानकारी की जरूरत है। इस आर्टिकल को पढ़ने के लिए तहे दिल से धन्यवाद।