Communication kya hai? जानिए Communication kaise kiya jata hai?

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जब हम लोग कोई भी जानकारी को एक व्यक्ति के दूसरे व्यक्ति के साथ आदान प्रदान करते हैं तो इस प्रक्रिया को कम्युनिकेशन मतलब समझा कहते हैं पहले के समय में ज्यादा दूरी तक संचार करने में बहुत ही ज्यादा तकलीफ हुआ करता था लेकिन अभी के समय में पूरी तरह से चेंज हो चुका है क्योंकि पहले मोबाइल टेलीफोन इंटरनेट नहीं हुआ करता था।

लेकिन अब दुनिया के कोने कोने में रहकर आप संचार कर सकते हैं

यदि आप कम्युनिकेशन क्या है कुल कितने प्रकार के कम्युनिकेशन होते हैं कम्युनिकेशन करने के लिए क्या-क्या चीजें को उपयोग में लाया जाता है यह सभी चीजें नहीं जानते हैं तो इस आर्टिकल को सूरत में कर अंत जरूर पढ़िए। What is communication in hindi?

Communication kya hai? – (What is Communication in hindi?)

कोई भी जानकारी को या सूचनाओं को एक जगह से दूसरी जगह भेजने के लिए जो प्रोसेस अपनाई जाती है उसे संचार या कम्युनिकेशन कहते हैं। कम्युनिकेशन शब्दों को लेटिन भाषा में Communicare होता है वहां से उठाया गया है। इसका मतलब होता है कि सूचनाओं को आदान-प्रदान करना या किसी जानकारी विचार और अनुभव भावनाओं को किसी के साथ साझा करना होता है। कम्युनिकेशन का मतलब हिंदी में संचार होता है।

आपकी समझ में इंटरनेट टेक्नोलॉजी कम्युनिकेशन को बहुत ही ज्यादा सरल बना दिया है इंटरनेट के माध्यम से आप कोई भी जानकारी को एक जगह से दूसरी जगह बहुत ही कम समय में भेज सकते हैं

आज से 30 40 साल पहले किसी भी जानकारी को एक जगह से दूसरी जगह भेजने के लिए चिट्ठी का उपयोग किया जाता था जोकि पोस्टमैन के द्वारा यार्ड आज्ञा के द्वारा भेजा जाता था जो कि काफी समय लग जाता था लेकिन अब एक सेकंड में व्हाट्सएप के माध्यम से कोई भी संदेश दूसरे व्यक्ति को भेज सकते हैं यह सभी टेक्नोलॉजी के माध्यम से संभव हुआ है

कम्युनिकेशन कितने प्रकार का होता है?

अब चलिए दोस्तों कम्युनिकेशन क्या है इसे तो जान चुके हैं अब यह जानना बाकी है कि कम्युनिकेशन के प्रकार के होते हैं तो चले दोस्तों एक एक करके यह समझ लेते हैं:

1.Intrapersonal Communication kya hai ?

इस तरह के कम्युनिकेशन में एक ही व्यक्ति अपने मन से बात करते रहता है इसका मतलब है कि मनुष्य स्वयं के दिमाग में नए-नए योजना बनाकर उसे apply करने का प्लान बनाता है तो इस तरह के कम्युनिकेशन को इंटरपर्सनल कम्युनिकेशन कहते हैं।

2.Interpersonal Communication kya hai?

इस तरह की कम्युनिकेशन में दो व्यक्तियों को मिलकर बातचीत करना पड़ता है या जानकारी एक दूसरे को आदान प्रदान करना पड़ता है तो इस तरह के कम्युनिकेशन को इंटरपर्सनल कम्युनिकेशन कहते हैं इसे ही किसी भी तरह से कर सकते हैं शब्द के माध्यम से चित्र के माध्यम से संकेत के माध्यम से हो सकता है। इसमें सीधा 2 लोगों का संपर्क होना बहुत जरूरी होता है तभी से इंटरपर्सनल कम्युनिकेशन कहते हैं।

3.Group Communication kya hai?

Group कम्युनिकेशन बहुत से लोगों को एक जगह इकट्ठा करके आपस में बातचीत करना होता है जिसे हम लोग ग्रुप डिस्कशन के नाम से भी जानते हैं लेकिन इसे ग्रुप कम्युनिकेशन कहते हैं।

4.Mass Communication kya hai?

इस तरह के संचार में बहुत से लोगों तक जानकारी को भेजा जाता है जिसे हम लोग मास कम्युनिकेशन कहते हैं इसमें बहुत सारे लोगों को टेलीविजन रेडियो सोशल मीडिया इंटरनेट मोबाइल फोन इत्यादि के माध्यम से जानकारी को आदान प्रदान किया जाता है जिसे हम लोग mass communication कहते हैं।

टेक्नोलॉजी में कम्युनिकेशन के क्या-क्या प्रकार है?

क्या हम जानते हैं कि कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी में कौन-कौन से होते हैं? दोस्तों आज हम जानेंगे टेक्नोलॉजी में कम्युनिकेशन के प्रकार क्या क्या है?

1.Simplex

इसमें जो भी व्यक्ति किसी भी डाटा को भेजता है तो सिंपलेक्स सिर्फ डाटा को भेज सकता है और वह व्यक्ति रिसीव नहीं कर सकता सिर्फ दूसरा व्यक्ति ही रिसीव कर सकता है।

2.Half Duplex

Half duplex में आप एक बार सूचना को भेज सकते हैं उसके बाद दूसरा व्यक्ति आपको सूचना दे सकता है कहने का मतलब है कि एक समय में एक ही बार सूचना को भेज सकते हैं और रिसीव कर सकते हैं एक ही समय में डाटा को भेज और स्वीकार नहीं कर सकते है।

3.Full Duplex

Full duplex में आप कोई भी डाटा को एक समय में आदान प्रदान कर सकते हैं कहने का मतलब है कि दो व्यक्ति आपस में मोबाइल फोन से कनेक्टेड है तो एक ही समय में डाटा को भेज सकते हैं और रिसीव कर सकते हैं। इसे हम लोग full Duplex कम्युनिकेशन कहते हैं।

कम्युनिकेशन के अंग क्या-क्या है?

यहां पर कम्युनिकेशन में क्या क्या अंग है उनके बारे में आपको जानकारी दिया जा रहा है तो आप हर एक अंग को ध्यान से पढ़िए और समझिए

1.sender: जो व्यक्ति अपनी जानकारी को दूसरे व्यक्ति के साथ शेयर करते हैं उसे सेंडर कहते हैं हिंदी में प्रेषक भी रहते हैं।

2.Message: sender किसी भी टॉपिक के बारे में सूचना लिखकर, मौखिक रूप में या लिखित रूप में किसी भी माध्यम से संप्रेषित करता है तो उसे मैसेज कहते हैं।

3.Encoding: इनकोडिंग का मतलब होता है कि कोई व्यक्ति सूचना भेजता है तो उसमें अपनी भाषा और अलग-अलग चिन्हों का एक श्रृंखला को व्यवस्थित रूप से रखकर संदेश भेजना है उसे इनकोडिंग कहते हैं।

4.Communication channel: जब हम लोग कोई भी संदेश को भेजने के लिए किसी माध्यम की जरूरत पड़ती है तो उन्हें हम लोग संचार माध्यम कहते हैं इंग्लिश में से कम्युनिकेशन चैनल कहते हैं।

5.Decoding: संदेश भेजने वाले जो भी संदेश भेजता है और जो व्यक्ति रिसीव करता है तो रिसीव करने वाले व्यक्ति भेजने वाले व्यक्ति के संदेश को अपनी भाषा में रिकॉर्ड करके पड़ता है और समझता है तो इस प्रोसेस को डिकोडिंग कहते हैं।

6.Receiver: सेंडर के द्वारा जो भी भाषा भेजा जाता है तो उसे रिसीवर के द्वारा प्राप्त किया जाता है तो प्रात करने वाले को रिसीवर ही कहते हैं।

Conclusion: आज की इस आर्टिकल में आपने जाना है कि कम्युनिकेशन क्या है? और कम्युनिकेशन करने के लिए क्या क्या जरूरत पड़ती है? कम्युनिकेशन के क्या-क्या अंग है और इन सभी चीजों के बारे में अच्छे से समझा गया है तो आप इस आर्टिकल को और दूसरी जगह भी शेयर करें ताकि दूसरे लोगों को भी जानकारी प्राप्त हो सके।

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